तो दोस्तों Delhi Ki Rajdhani Kahan Hai से हम क्या समझते है, क्या कभी अपने सोचा है? राजधानी एक ऐसा शहर होता है, जहां से वहां सरकार सभी प्रकार के कार्यों का निर्णय लेती है। जैसे हर देश में एक प्रथम व्यक्ति होता है, उसी प्रकार हर देश और उसके हर राज्य का एक प्रथम शहर होता है, जिसे राजधानी के नाम से जाना जाता है। और अक्सर लोगों द्वारा पूछा जाता है आखिर दिल्ली की राजधानी कहां हैं? तो जवाब आपको यहां मिलेगा।
जी हां आज हम बात करेगे दिल्ली की। 1484 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए दिल्ली, की राजधानी क्या है? दिल्ली को भारत में पर्यटन व शिक्षा का मुख्य केंद्र माना जाता है, विश्व धरोहर में शामिल लालकिला, राष्ट्रपति भवन से लेकर संसद भवन दिल्ली में ही है। तो आज हम दिल्ली की राजधानी कौन सी है के बारेमे इस आर्टिकल को अंत तक पढने के बाद जान पाएंगे।
दिल्ली की राजधानी क्या है?
दिल्ली की राजधानी New Delhi (नई दिल्ली) है। वर्तमान में जिस शहर को हम दिल्ली के नाम से जानते हैं, वह भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश है। जिसमे भारत की राजधानी नई दिल्ली भी मौजूद है।

जिस तरह भारत की राजधानी नई दिल्ली है, उसी तरह केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली की राजधानी भी नई दिल्ली ही है। अगर आपको ऑस्ट्रेलिया की राजधानी और अमेरिका की राजधानी कहाँ है जानना है तो इसे पढ़े।
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दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अन्तर है?
Delhi Ki Rajdhani: नई दिल्ली जो की हमारे देश भारत की राजधानी है, साथ ही साथ हमारे देश के 8 केंद्रशासित प्रदेशों में से एक केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली की भी राजधानी है, पर कभी आपने सोचा है कि दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अंतर है?
आसान भाषा में समझा जाए तो दिल्ली भारत का एक केंद्रशासित प्रदेश है, जबकि नई दिल्ली, दिल्ली के 11 जिलों में से एक है। अब इस अंतर को थोड़ा और गहराई से समझने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली के 11 जिलों में शामिल है:–
क्रमिक संख्या | जिले का नाम |
---|---|
१ | नॉर्थ |
२ | नॉर्थ ईस्ट |
३ | नॉर्थ वेस्ट |
४ | वेस्ट |
५ | साउथ |
6 | साउथ वेस्ट |
७ | साउथ ईस्ट |
८ | नई दिल्ली |
९ | सेंट्रल |
१० | शहाद्रा |
११ | ईस्ट |
इतिहास पर नजर डाली जाए तो दिल्ली शहर के बारे में छठी शताब्दी ई.पू. से ही तथ्य मिलना शुरू हो जाते है। वहीं नई दिल्ली की बात करेंगे तो 20वीं शताब्दी में नई दिल्ली को डिजाइन और इसका निर्माण किया गया।
दिल्ली एवं नई दिल्ली का इतिहास
अभी आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा की Delhi Kiski Rajdhani है। नीचे दिल्ली की बहुत सारे इतिहास दिया गया है, इसे आप जरुर पढ़े।
#1. दिल्ली
#2. नई दिल्ली
नई दिल्ली भारत की राजधानी कब बनी?
जैसा की हमने जाना की नई दिल्ली की आधारशिला 12 दिसंबर साल 1911 के दिन दिल्ली दरबार के दौरान सम्राट जॉर्ज पंचम ने रखी थी। जॉर्ज पंचम और उनकी पत्नी क्वीन मैरी ने दिल्ली दरबार की भीड़ में नई दिल्ली को राजधानी बनाने की घोषणा की थी। 1 अप्रैल 1912 को औपचारिक रूप से नई दिल्ली को भारत की राजधानी का नाम दिया गया।
दो दशक के बाद देश की नई राजधानी का उदघाटन 13 फरवरी साल 1931 को लॉर्ड इरविन ने किया था। तब से नई दिल्ली भारत का केंद्र बना और हर एक कार्यालय के मुख्यालय नई दिल्ली में बनाए गए, जिससे उन मुख्यालयों से पूरे देश को संचालित किया जा सके। इसके साथ ही यह भी तय हुआ कि वायसराय का आवास भी यहीं होगा।
नई दिल्ली भारत की राजधानी कैसे बनी?
भारत की राजधानी कोलकाता बनना तय थी, पर बहुत ही बारीकी से हर बात पर मंथन करने पर भी यह तय करना भी बहुत मुश्किल था। इस विपक्ष में बहुत विरोध भी हुए कुछ लोग दिल्ली के समर्थन में थे, तो कुछ लोग कोलकाता के समर्थन में।
उस समय मुंबई, मद्रास, कोलकाता, लखनऊ तथा हैदराबाद हर तरह से दिल्ली से आगे थे। कोलकाता में राजधानी बनाने के लिए सभी बड़ी चीज़ें भी मौजूद थीं, कई विषयों में विशेष अधिकार भी थे। दिल्ली की आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब थी।
लेकिन लाख कमियों के बाद भी दिल्ली में जानकारों को भविष्य दिख रहा था। इसलिए 1900 के दशक में कोलकाता को छोड़ दिल्ली को राजधानी बनाने का फैसला किया गया। दिल्ली को तैयार करने की जिम्मेदारी एडविन लुटियंस और हरबर्ट बेकर को सौंपी गई।
इन्होंने ही दिल्ली को लेकर जो योजना बनाई थी, उसे मंजूरी मिल गई। इसके बाद दिल्ली में निर्माण का कार्य शुरू हुआ। प्रथम विश्व युद्ध के बाद दिल्ली को एक नया स्वरूप दिया गया।
नई दिल्ली को भारत की राजधानी क्यों बनाया गया?
नई दिल्ली को राजधानी बनाने के कई कारण मौजूद थे, जैसे नई दिल्ली देश के बीच में मौजूद है, जिससे आसानी से केंद्र बनाया जा सकता है। दूसरा प्रमुख कारण था कि ब्रिटिश काल में कई बड़े शासकों ने दिल्ली में रह कर शासन चलाया था।
जिसके कारण उनको अनुभव और दिल्ली की नीजी जानकारियां बहुत अच्छे से थीं। दिल्ली की जमीन पर मुगलों ने भी काफी समय तक राज किया और कई बदलाव किए। कोलकाता भारत के पूर्वी तट पर स्थित था।
जबकि दिल्ली उत्तर के हिस्से में, दिल्ली ना केवल भारत के सभी शहरों के मध्य में स्थित था बल्कि कई देशों को जोड़ने के लिए भी सबसे सीधा रास्ता था। यहाँ से जल मार्ग तथा वायु मार्ग से कही पर पहुंचना भी आसान था।
देश | भारत |
राजधानी, दिल्ली सल्तनत | 1214 |
राजधानी, मुगल साम्राज्य | 1526, Intermittently आगरा के साथ |
राजधानी, ब्रिटिश भारत | 1911 |
नई दिल्ली, राजधानी, Dominion of India | 1947 |
नई दिल्ली, राजधानी, भारत गणराज्य | 26 जनवरी 1950 |
केंद्र शासित प्रदेश | 1956 |
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र | 1 फरवरी 1992 |
जिलों | 11 |
क्षेत्र | 1,483.0 km2 |
जनसंख्या (2011) (केंद्र शासित प्रदेश) | 16,787,941 |
भाषा | हिन्दी | English | पंजाबी | उर्दू |
साक्षरता (2011) | 86.21% |
लिंग अनुपात (2011) | 868 ♀/1000 ♂ |
दिल्ली बाजार के बारे में- Delhi Bazar
दिल्ली बाजार पूरे दिल्ली एनसीआर का बाजार है। इसमें पूरे भारत और दुनिया का सामान है।
दिल्ली बाजार पूरे दिल्ली एनसीआर का बाजार है। इसमें पूरे भारत और दुनिया का सामान है। कंपनी की स्थापना 1985 में दो भाइयों द्वारा की गई थी, जो एक ऐसी जगह बनाना चाहते थे जहां लोग अपने बजट या स्थान की परवाह किए बिना दिन के किसी भी समय कुछ भी खरीद सकें।
नई दिल्ली दिल्ली की राजधानी कब बनी?
नई दिल्ली दिल्ली की राजधानी साल 1911 में बनी।
दिल्ली और नई दिल्ली में क्या अंतर है?
दिल्ली एक राज्य है, जबकि नई दिल्ली वहां का एक जिला है।
नई दिल्ली की नींव किसने रखी?
जॉर्ज पंचम ने।
दिल्ली का उद्घाटन किसने किया?
लॉर्ड इरविन ने।
निष्कर्ष
तो दोस्तो आज के इस आर्टिकल में आपने जाना दिल्ली की राजधानी कहाँ है, यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे।