आखिर एक DGP Kaise Bane? जिस तरह हमारे देश में लोगों की जनसंख्या बढ़ रही है, उसके कारण लोगों को गवर्नमेंट जॉब पाने में काफी ज्यादा मुश्किल हो रही है, क्योंकि गवर्नमेंट जॉब लिमिटेड मात्रा में होती है। और गवर्नमेंट जॉब वही पा सकता है, जो व्यक्ति इसके लिए मेहनत करता है।
अगर आप इंडियन पुलिस डिपार्टमेंट में जाने की इच्छा रखते हैं और आप इंडियन पुलिस डिपार्टमेंट में डीजीपी का पद प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको यह इंफॉर्मेशन अवश्य होनी चाहिए कि, डीजीपी बनने के लिए आपको क्या-क्या करना पड़ेगा, क्योंकि जब आपको इसकी पूरी इंफॉर्मेशन होगी, तभी आप डीजीपी बनने में कामयाब हो सकेंगे। तो चलिए DGP कैसे बन सकते हैं जानते है।
DGP क्या होता है?
पुलिस डीजीपी भारतीय पुलिस सेवा का एक विभाग है। पुलिस डीजीपी राज्य में कानून प्रवर्तन और पुलिसिंग के प्रभारी हैं।
पुलिस डीजीपी कानून और व्यवस्था के रखरखाव, जीवन और संपत्ति की सुरक्षा, अपराध की रोकथाम और पता लगाने, पुलिस रिकॉर्ड के रखरखाव, अपराध को रोकने के लिए अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय के लिए जिम्मेदार है। उन्हें वीआईपी के साथ-साथ महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों जैसे हवाई अड्डों, बिजली संयंत्रों आदि को भी सुरक्षा प्रदान करनी होती है।
डीजीपी कैसे बनते हैं?
कई लोग ऐसे होते हैं, जिनके अंदर ऊंचे पद की गवर्नमेंट जॉब पाने की इच्छा होती है। ऐसे लोगों को डीजीपी बनने के बारे में अवश्य सोचना चाहिए। हालांकि DGP बनना इतना आसान नहीं है। इसके लिए व्यक्ति को एक लंबी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। इसीलिए उसे धैर्य रखकर इसकी तैयारी करनी पड़ती है।

बता दें इस पद की प्राप्ति के सबसे पहले IPS बनना पड़ता है। उसके बाद अभ्यर्थी को सबसे पहले DSP के पद पर पोस्टिंग दी जाती है।
इसके बाद अभ्यर्थी को SP की पोस्ट दी जाती है। इसके बाद अभ्यर्थी का सिलेक्शन सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP) और SSP की पोस्ट के लिए होता है। इन प्रोसेस को पूरा करने के बाद अभ्यर्थी को DIGP और उसके बाद IGP का पद मिलता है और फिर सबसे आखिरी में व्यक्ति के एक्सपीरियंस और उसकी योग्यता को देखते हुए उसे DIG का पद प्राप्त होता है।
DGP कौन होता है?
DGP यानी की Director “General of Police” पुलिस विभाग में एक High-ranking वाली Job मानी जाती है। डीजीपी को भारतीय पुलिस डिपार्टमेंट में सबसे ऊंचा पद माना जाता है।
इन्हें हिंदी में “पुलिस महानिदेशक” कहकर बुलाया जाता है। ऐसे अभ्यर्थी जो IPS बन जाते हैं, उन्हें ही आगे चलकर DGP के पद पर प्रमोशन करके पोस्टिंग दी जाती है।
डीजीपी बनने की योगयता
डीजीपी बनने के लिए आपको सबसे पहले 10th कक्षा, उसके बाद 12वीं कक्षा, उसके बाद ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी पड़ेगी।
इसके बाद आपको यूपीएससी के द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली Civil Service Exam में शामिल होना पड़ेगा और IPS बनने के बाद प्रमोशन पाकर आप DGP का पद प्राप्त करेंगे।
DGP का काम क्या होता है?
जिस प्रकार एक डीजीपी अधिकारी को अच्छी सैलरी प्राप्त होती है, उसी प्रकार इनका काम भी काफी जिम्मेदारी वाला होता है। इसलिए इन्हें अच्छी सैलरी दी जाती है। एक डीजीपी अधिकारी के काम निम्नानुसार होते हैं।
DGP के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है?
इस पद को पाने के लिए सबसे पहले अभ्यर्थियों को दसवीं कक्षा, बारहवीं कक्षा को पास करना पड़ता है और उसके बाद उसे अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री को कंप्लीट करना पड़ता है।
इसके बाद उसे यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) के द्वारा करवाई जाने वाली सिविल सर्विस एग्जाम में अप्लाई करना पड़ता है। एग्जाम के लिए अप्लाई करने के बाद एक निश्चित दिन परीक्षा का आयोजन होता है, जिसमें अभ्यर्थियों को शामिल होना पड़ता है और अच्छे प्रतिशत के साथ इस एग्जाम को क्लियर करना पड़ता है।
इसके बाद वह व्यक्ति IPS ऑफिसर बन जाता है। इसके बाद IPS Officer के तहत वह अपना काम स्टार्ट कर देता है।
लगातार काम करने के बाद अगर उसके पास अच्छा एक्सपीरियंस हो जाता है और उसके अंदर अच्छी काबिलियत होती है,तो उसका प्रमोशन कर दिया जाता है और प्रमोशन पाने के बाद व्यक्ति को डीजीपी यानी कि डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस का पद मिलता है।
डीजीपी के लिए Age लिमिट क्या है?
जिस प्रकार आरक्षण को देखते हुए इंडिया में हर पद के लिए एक एज लिमिट तय की गई है,उसी प्रकार डीजीपी की पोस्ट के लिए भी एक एज लिमिट तय की गई है। इसलिए अभ्यर्थियों को यह पता कर लेना चाहिए कि वह इसकी एज लिमिट के क्राइटेरिया को पूरा करते हैं या नहीं।
#1. जनरल कैटेगरी की एज लिमिट
ऐसे महिला और पुरुष अभ्यर्थी जो जनरल कैटेगरी से संबंध रखते हैं,वह कम से कम 21 साल और अधिक से अधिक 30 साल तक डीजीपी बनने की पात्रता रखते हैं।
#2. OBC कैटेगरी की एज लिमिट
ऐसे महिला और पुरुष अभ्यर्थी, जो अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंध रखते हैं,वह कम से कम 21 साल और अधिक से अधिक 33 साल तक डीजीपी बनने का प्रयास कर सकते हैं।
#3. अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की एज लिमिट
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से संबंध रखने वाले पुरुष और महिला अभ्यर्थी कम से कम 21 साल और अधिक से अधिक 35 साल तक डीजीपी बनने का प्रयास कर सकते हैं।
DGP की सैलरी कितनी होती है?
जैसा कि आप जानते हैं कि, IAS ऑफिसर बनने के कुछ सालों तक वर्क करने के बाद जब व्यक्ति को प्रमोशन मिलता है तब जाकर वह डीजीपी का पद प्राप्त करने में सफलता हासिल करता है।
एक गवर्नमेंट जॉब होने के कारण डीजीपी को अच्छी सैलरी मिलती है। आज के टाइम में एक DGP यानी कि पुलिस महानिदेशक की महीने में तकरीबन ₹70,000 से लेकर 1,80,000 तक के आसपास सैलरी मिलती है। इसके अलावा भी इन्हें गवर्नमेंट की तरफ से अन्य कई फायदे दिए जाते हैं।
डीजीपी बनने के लिए क्या करना पड़ता है?
इसकी जानकारी हमने आपको ऊपर आर्टिकल में दी है।
डीजीपी का फुल फॉर्म क्या होता है?
डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस
क्या डीजीपी की पोस्ट सब इंस्पेक्टर और दरोगा से ऊपर होती है?
जी हां
DGP को कितनी सैलरी मिलती है?
अलग-अलग राज्यों में इनकी सैलरी अलग-अलग होती है। सामान्य तौर पर डीजीपी को महीने में सैलरी के तौर पर तकरीबन ₹65000 से लेकर 80000 तक की सैलरी प्राप्त होती है। हालांकि इसमें कुछ अपवाद हो सकते हैं।
निष्कर्ष
तो साथियों हमें आशा है DGP कैसे बने आप समझ गए होंगे। यह लेख पढने के बाद DGP की तेयारी करने में आपकी मदद करेगा। अगर आप इस लेख में दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं तो इसे शेयर करना न भूलें। और अधिक जानकारी केलिए हमें कमेंट करें।